Poet Lady Katz: new forum reply to कुछ अनकहे जज़्बात

New reply from Susan Katz

<p>I am so sorry, but I can only accept for consideration, poems written in English.</p>

https://poetladykatz.com/poetry-talk/%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%9b-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a5%9b%e0%a5%8d%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a4

Original Post by Nirali Solanki

कुछ अनकहे जज़्बात

<p>हमे ऐसा सिखाया था <br />हमे ऐसा सिखाया था <br />किसी के करीब जायोगे तो ग़म पायोगे ,</p>
<p>पर जनाब कैसे रुक जाते हम <br />जब वेह हमारी राह देख रहे थे I</p>
<p>कैसे ना चल पड़ते हम <br />जब वेह हमारे साथ चल रहे थे I</p>
<p>कैसे ना हम उनका हाथ थामते<br />जब वेह हमारा साथ चाहते थे I</p>
<p>कैसे ना हम उनकी बाँहों मे होते<br />जब वेह हमारी बाँहों मे थे I</p>
<p> </p>
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